भगवान गणेश की प्रतिमा से दूर करें वास्तु समस्या
आजकल फ्लेट का चलन बड़े शहरों के साथ छोटे शहरों मे भी काफ़ी तेज़ी से चलन मे है, जिसके कारण सभी को कँहि ना कँहि कुछ विशेष परन्तु महत्वपूर्ण वास्तु दोष के साथ जाने या अंजाने मे समझौता करना पड़ता है जोकि आगे चल कर काफ़ी दुखदाई परिस्थितियाँ उत्तपन्न करता है.
भगवान गणेश का वास्तु दोष मुक्त करने मे बहुत योगदान है. कुछ प्रमुख उपाय दिए जा रहे हैं.
यदि किसी भवन का मुख्य द्वार दक्षिण की ओर खुल रहा है तो उसके चौखट पर सामने और ठीक पीछे भगवान गणेश की छोटी प्रतिमा लगाने से दक्षिण मुखी द्वार का दोष समाप्त हो जाता है.
यदि भवन के अंदर प्रवेश करते ही नकारात्मकता का बोध हो तो प्रवेश द्वार को देखते हुए लगभग 9 इंच की गणेश की प्रतिमा लगानी चाहिए.
गणेश की प्रतिमा आवासीय भवनो मे बैठे हुए और कार्य स्थल मे कार्य के प्रकृति के समान ही प्रतिमा लगानी चाहिए जैसे खड़े हुए, नृत्या करते हुए,लिखते हुए.
वास्तु शास्त्र से घर के ब्रम्हा स्थान पर तुलसी के साथ गणेश की प्रतिमा रखना बहुत सकारात्मक होता है.
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